उत्तराखंड

शिक्षकों की कमी दूर नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज सूपी में शिक्षकों की कमी है। अभिभावकों ने मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

 

विद्यालय में शिक्षकों की कमी पर अभिभावकों ने सीइेओ दफ्तर घेरा, कई विषयों के शिक्षक नहीं है तैनात।

अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज सूपी में शिक्षकों की कमी है। अभिभावकों ने मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों की कमी दूर नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

शुक्रवार को सूपी के अभिभावक मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। कहा कि 2023 में विद्यालय को अटल आदर्श विद्यालय की मान्यता मिली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्ष बोर्ड से पठन-पाठन प्रारंभ हुआ। सीबीएसई बोर्ड संचालित होने से अभिभावकों को बच्चों के भविष्य को लेकर उम्मीद थी।

अंग्रेजी माध्यम से पठन-पाठन होना था। लेकिन अभी तक अंग्रेजी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो सकी है। एलटी संवर्ग में विज्ञान शिक्षक का पद 10 वर्ष से रिक्त है। एलटी के आठ पदों के सापेक्ष्वा चार शिक्षक, नौ प्रवक्ताओं में एक की भी नियुक्ति नहीं हो सकी है।

उन्होंने कहा कि हिमालय की तलहटी पर बसू झूनी, लाहूर, हरकोट, सूपी, बैछम, पतियासार, रिखाड़ी के बच्चों को सात से आठ किमी पैदल चलकर विद्यालय पहुंचना पड़ रहा है। सीबीएसई पैटर्न लागू होने के बाद शिक्षकों के अभाव में सूपी छोड़कर छात्र अन्य विद्यालयों की ओर रुख कर रहे हैं।

इंटरमीडिएट में अतिथि शिक्षक रमेश चंद्र जोशी एलटी गणित के अतिरिक्त भौतिक विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान विषय पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों की कमी से बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने शिक्षक विषयाध्यापकों की नियुक्ति नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान यशपाल सिंह, नरेंद्र सिंह टाकुली, चरण सिंह टाकुली, तारा सिंह, जगत सिंह, हर सिंह, नवीन चंद्र, रघुवर सिंह आदि उपस्थित थे।

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