Spiritual: मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम से किया भक्ति की दिव्य तरंगों का संचार
मानव जीवन का वास्तविक उद्देश्य अपने भीतर स्थित ईश्वर से जुड़कर भक्ति करना है।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) द्वारा दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली की पवित्र भूमि पर मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आध्यात्मिक ज्ञान रत्नों से लाभान्वित होने के लिए बड़ी संख्या में भक्त-श्रद्धालुगण एकत्रित हुए। भक्तिमय रचनाओं की श्रृंखला ने पावन व भक्ति तरंगों से प्रत्येक तन, मन और आत्मा को तरंगित किया।
गुरुदेव आशुतोष महाराज (संस्थापक व संचालक, डीजेजेएस) के प्रचारक शिष्यों ने भक्तों के जीवन से अनेक प्रेरणादायक दृष्टांतों का उल्लेख किया। वर्तमान स्थिति पर रोशनी डालते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि जीवन की इस तेज गति में लोग अत्यधिक व्यस्त हो गए हैं।
भाग दौड़ भरी जिन्दगी की उथल पुथल में उन्हें अपनी आत्मा की आवाज सुनाई नहीं देती, जो भीतर से उन्हें यह संदेश देती है कि थोड़ी देर रुककर, इस मायावी दुनिया से विलग होकर, स्व में स्थित होना सीखें।
मानव जीवन का वास्तविक उद्देश्य अपने भीतर स्थित ईश्वर से जुड़कर भक्ति करना है। सत्य तो यह है कि जब व्यक्ति आत्मिक स्तर पर ईश्वर से जुड़ा होता है, तो वह सभी सांसारिक कर्तव्यों को भी बेहतर और विवेकपूर्ण ढंग से पूरा करने में सक्षम हो जाता है। जब हम आत्मिक स्तर पर जागृत होते हैं, तो शारीरिक और मानसिक आयामों का भी स्वतः पोषण होता है।
ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना के माध्यम से हमें जीवन में सभी क्षणिक चीजों से ध्यान हटा कर उसे अपनी आत्मा पर केंद्रित करना चाहिए।कार्यक्रम का समापन सामूहिक ध्यान साधना और सबके आत्मकल्याण हेतु प्रभु चरणों में प्रार्थना द्वारा किया गया।